नया साल
नये साल में सोचा इस दौड़ में कुछ करना हो गया है बहोत जरूरी, क्या करूं इस सोच में बीत गया जन्वरी और फेब्रुवरी, मेरी कोशिशों पर जमाने के साथ किस्मत भी खेलने लगी खेल, इससे बचते बचाते बीत गया मार्च और अप्रेल, मई में जब की मैंने खेती की उमीदों की और पसीने के साथ बहाया खून, तब तबाही की बारिश लेकर आया महीना जून, ये जुलाइ में किस्मत की नाकामयाबी जब मेरी मेहनत से हुआ ध्वस्त, कम्बक्त बारिश के साथ आया मुश्किलों का तूफां लेकर ये ऑगस्ट, जी जान लगाकर फिर भी मेहनत किया सितम्बर में मत पूछो किस कदर, फिर भी कुछ खास result लेकर नहीं आया ये अक्टोबर, जो नवेंबर बीतते हुए मेरे दोस्तों के जीवन में ईद कर गया, ये दिसेम्बेर मेरी जिंदगी को बहोत बुरी तरह से नाउम्मीद कर गया, फिर हार कर बैठा था मैं की जहन में एक खयाल आया, ये साल तो गया 2017 फिर लेकर नयी उमीद ये 2018 नया साल आया .... कल की सुबह नये तरीक्के से शुरू करो😊 अगर हारे हो तो जीतने के लिये और जीते हो तो जीत को बरकरार रखने के लिये 🙂... HAPPY NEW YEAR Friends #100rav