गुनेहगार
जब दर्द ने गवाया हो! इंसान फनकार बन ही जाता है,
फिर शब्दो से खेलकर कलम हथियार बन ही जाता है,
कि किसी को गलती कि सजा गुनाह के बराबर दो,
वो सज्जन सजा पाकर गुनेहगार बन ही जाता है..
#100rav
जब दर्द ने गवाया हो! इंसान फनकार बन ही जाता है,
फिर शब्दो से खेलकर कलम हथियार बन ही जाता है,
कि किसी को गलती कि सजा गुनाह के बराबर दो,
वो सज्जन सजा पाकर गुनेहगार बन ही जाता है..
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