फिर तुझे देखकर जख्म हरा हो रहा है,
नफरत तो है फिर भी तू खुदा हो रहा है,
खुशियों कि बरात तो आयी मेरे आंगन मे,
फर्क नही पड़ता क्या अब बुरा हो रहा है...
#100rav
कहानी है आकाश और राधा की। दोनों नेशनल स्कूल में पढ़ते थे बस उनका डिवीजन अलग अलग था राधा डिविजन सी और आकाश डिवीजन बी में था और यहां डिवीजन मात्र बच्चो की संख्या ज्यादा होने से बना था कोई होनहार विद्यार्थी के आधार पे नहीं की डिवीजन ए में सभी होनहार छात्र हैं ऐसा कुछ नहीं था। अब आकाश राधा को पहली बार देखता है और बाकी दोस्त भी आकाश के साथ होते हैं तो भाग्य से आकाश और राधा दोनों ही गुजराती थे। और सारे दोस्त आकाश को बोलते हैं तेरे जाति वाली है अच्छी भी दिखती है बात कर और दोस्ती कर ले। लेकिन आकाश भी काफी एटीट्यूड वाला लड़का था और कभी सामने से किसी से बात नहीं करता था। हां राधा उसको मन ही मन अच्छी लगी लेकिन उसका मानना था की अच्छी दिखने वाली चीज हमेशा बुरी होती है भगवान उस बुराई को छुपाने के लिए सुंदरता देता है और उसने कभी राधा से फिर बात नहीं की। अब राधा काफ़ी होनहार लड़की थी और पढ़ाई, खेल में भी अव्वल आती थी तो प्रिंसिपल ने राधा को नया assignment दिया जहां सिर्फ होनहार बच्चों को लिया जाता। इस assignment में काफी देर भी होती थी क्योंकि काफी नया था वो। राधा अब उस assignment में काम करने लगी तो
मैं कबूतर तो वो खिड़की है मोशमी चाहता हूँ मैं वो लड़की है मोशमी इस ज़माने से क्यों डरती है मोशमी अब ग़लत से निडर लड़ती है मोशमी हीरे जैसी वो अब चमकी है मोशमी ज़ुल्म अब तो नहीं सहती है मोशमी मैं क़दम जैसे तो धरती है मोशमी जैसे बारिश यहाँ पहली है मोशमी नूर तारों में भी भरती है मोशमी देखने में परी दिखती है मोशमी यार क्या अब कहूँ कैसी है मोशमी सोचा था जैसी बस वैसी है मोशमी साथ सौरभ के बस जँचती है मोशमी पर लगन में किसी बहकी है मोशमी इन दिनों जाल में उसकी है मोशमी लौट आ दिल की गर सुनती है मोशमी मत समझ इश्क़ जिस्मानी है मोशमी प्यार से बढ़ के तू पत्नी है मोशमी देर की तू ने अब गर्दी है मोशमी देख आयी मेरी अर्थी है मोशमी
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