मेरा देश महान
थोड़ा बड़ा है पढ़ोगे तो वक्त लगेगा अगर पढ़ लिये तो पक्का दिलपर लगेगा..
यही वो पल था जब जुल्मों का सत्ता बर्बाद हुआ था,
सत्तर साल हो गये आज़ जब देश आज़ाद हुआ था,
ना रहकर भी वो देश को गुलाम आज कर रहे है,
वो तो चले गये पर अपनी सभ्यता अपनी भाषा से राज कर रहे है,
अँग्रेजी फूल है अब बजार मे और हिंदी कांटों का बगीचा है,
तुम्हे कुछ ना आयॆ और अंग्रेज़ी आ जाये तो तुम्हरा औदा सबसे ऊँचा है,
स्वतंत्र दिवस और जन्माष्टमी एक दिन कि छुट्टी गयी इस देश मे हिसाब किया जाता है,
नारीशक्ति को बढावा मिला तो मॉडर्न देश के नाम पर औरतो द्वारा शराब पिया जाता है,
लोग उसे ही रौंद कर चले जाते है जो अक्सर रास्तों के कंकड़ उठाता है,
क्या फायदा इतना पढ़लिखकर जब आपका फेंका कूड़ा कोई अनपढ उठाता है,
अपना कर्तव्य समझकर देश के विकास मे हिस्सेदार बने,
हिस्सेदारी का मतलब बॉर्डर पर खडे होने को नही कह रहा बस जो खड़े है उनके लिये जिम्मेदार बने,
पता है मुझे हिनदुस्तानी हो तुम और इतना जहन मे है तुम्हारे जितना पानी साहिल मे है,
भले हिंदू हो मुस्लमान हो सीख हो ईसाई हो अमीर हो गरीब हो पर देशभक्ति सभी के दिल मे है,
कोई कितना भी बेईमान क्यू ना हो इस मुद्दे पर सबका एक ईमान है,
बस यही बात है कि मेरा देश कई सालों से और आज़ भी महान है...
स्वतंत्रता दिवस की बधाई और जन्माष्टमी के कृष्ण कि परछाई आपके साथ है....
आप सभी का
#100rav
http://100rav-shayar.blogspot.in
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